यह उस समय की बात है जब हम शिमला मे रहते थे .मेरे पापा आर्मी से निकल कर सिक्यूरिटी ऑफिसर का काम कर रहे थे .हमारे घर मे गार्डस का आना जाना रहता था .एक दिन अमरजी(एक गार्ड )हमारे घर आए .आते ही माँ के चरण छूने लगे ......पापाने उन्हें भिट्ठाया और माँ से चाय लाने को कहा .चाय देते समय माँ ने पापा से कहा (मलयालम में) "की इन से कहो की पैर न छुआ करे".....और कुछ कुछ और भी कहा (मलयालम में).पापा चुपचाप सुनते रहे.........पापा से काफी बातें कर के वह चले गए।
उस के कुछ दिन बाद .....पापा और गार्डस कुछ बात कर रहे थे .तभी कुछ इंग्लिश बोलने की बाद छिडी....तोह अपने अमरजी ने कुछ इस तरह कहा "अरे...... नयार्साब क्या इंग्लिश बोलते हैं .....यह तोह कुछ भी नही.जब मेमसाब इंग्लिश बोलती है ...तोह नयार्साब भी चुप हो जाते है ......वैसे तो मै भी इंग्लिश जानता था.लेकिन अब भूल गया हूँ......मेने इंग्लिश मै ही बीऐ किया है (अमरजी बिहार से थे )"........
पापाने घर मै आके जब यह बात बताई तोह हम लोग हंस हंस के मर गए .क्योंकि मम्मी ने तो मलयालम में बात किया था......और बिचारे अमरजी उसे इंग्लिश समज ने लगे .
Saturday, July 11, 2009
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अक्सर ऐसी मजेदार घटनाऐँ जीवन में हो जातीं हैं।
ReplyDeleteसादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
Gauree,
ReplyDeleteapaka sansmaran achchhaa laga.koshish kariye to ap achchhee hindee likh sakengee.
shubhkamnayen.
Poonam
wah bhaiya kya bat hai ?us samay to aise kah rahe ho jaise tumhare ko sal hi yad nahi ,babu dus bees sal ki yad rakho yar ..very good lage aho .....
ReplyDeletenice one......
ReplyDeletevermaji saal toh yaad he lekin saal ka kya...phir bhi aap ke liye bata de ki 1994 ki baat hai...kush....hahahahhaha
ReplyDeletesaral,sidhe insan ke saath yahi hota hai. narayan narayan
ReplyDeleteवाकिया पढ़ कर में भी हसते हसते आपकी तरह मर गया ..
ReplyDeleteअच्छा प्रयास ..लिखते रहिए एक दिन अवश्य आप् अच्छा लिखने लगेंगी .
आपका स्वागत है.. मक्
बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्लाग जगत में स्वागत है…मेरे ब्लोग पर आपका स्वागत है।आपके भाव दिल में उतर गए। बहुत अच्छा लिखा है बधाई।
ReplyDeletei remeber this incident so very clearly...uncle told us wth a straight face during one of his many visits to dilwalo ki dilli.............pappas best friend...a man wth a heart of gold
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